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Topics Covered
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Bharosa Shayari
ये ना-मुमकिन है, कोई मिल जाए तुम जैसा,
पर इतना आसान ये भी नहीं ,तुम ढूँढ लो हम जैसा.
बड़े नादान हैं वो लोग जो इस दौर
में भी वफ़ा की उम्मीद करते हैं
यहाँ तो दुआ क़बूल ना होने पर लोग
भगवान बदल दिया करते हैं
Ek Tera Shahar Ek Mera Gaon
ek tera shahar ek mera gaon
आज सपने में उनका आना हुआ
जिनका हमसे कोई वास्ता नहीं
रूठ कर बैठे थे मेरे ही बिस्तर पर
मगर दिल मनाने को बोला नहीं..
APNE SHAYARI
मैं किसान हूँ मुझे भरोसा हैं अपने जूनून पर
निगाहे लगी हुई है आसमान के मानसून पर.
HINDI SHAYARI
कुछ ठोकरों के बाद, नजाकत आ गयी मुझमे…
अब दिल के मशवरों पे, मैं भरोसा नहीं करती…!!
भरोसा तोड़ने वाले के लिए बस यही एक सज़ा काफ़ी है…
उसको ज़िन्दगी भर के लिए ख़ामोशी तोहफ़ेे में दे दी जाए…!!
वो मुझ को भूल चुका अब यक़ीन है वर्ना
वफ़ा नहीं तो जफ़ाओं का सिलसिला रखता
~इफ़्फ़त ज़र्रीं
वाए ख़ुश-फ़हमी कि पर्वाज़-ए-यक़ीं से भी गए
आसमाँ छूने की ख़्वाहिश में ज़मीं से भी गए
~ज़फ़र कलीम
यूँ मुलाक़ात का ये दौर बनाए रखिए
मौत कब साथ निभा जाए भरोसा क्या है
चाहिए ख़ुद पे यक़ीन-ए-कामिल
हौसला किस का बढ़ाता है कोई
~शकील बदायुनी
न कोई वादा न कोई यक़ीं न कोई उमीद
मगर हमें तो तेरा इंतिज़ार करना था
~फ़िराक़ गोरखपुरी
दीवारें छोटी होती थीं लेकिन पर्दा होता था
ताले की ईजाद से पहले सिर्फ़ भरोसा होता था
जब तक माथा चूम के रुख़्सत करने वाली ज़िंदा थी
दरवाज़े के बाहर तक भी मुँह में लुक़्मा होता था
~अज़हर फ़राग़
अजब ये दौर आया है कि जिस में
ग़लत कुछ भी नहीं सब कुछ सही है
मुकम्मल ख़ुद को जो भी मानता है
यक़ीं माने बहुत उस में कमी है
~नीरज गोस्वामी
तुम्हारे पाँव के नीचे कोई ज़मीन नहीं
कमाल ये है कि, फिर भी तुम्हें यक़ीन नहीं
~दुष्यंत कुमार
उसे गुमाँ है कि मेरी उड़ान कुछ कम है
मुझे यक़ीं है कि ये आसमान कुछ कम है
~नफ़स अम्बालव
यक़ीन हो तो कोई रास्ता निकलता है
हवा की ओट भी ले कर चराग़ जलता है
~मंज़ूर_हाशमी
कोई भी नहीं जिस पे भरोसा कीजे
याँ लोग बदल जाते हैं मौसम की तरह
Bharosa shayari भरोसा शायरी
उसी का शहर, वही मुद्दई, वही मुंसिफ़
हमें यक़ीं था हमारा क़ुसूर निकलेगा
~अमीर क़ज़लबाश
उम्र जितनी भी कटी उस के भरोसे पे कटी
और अब सोचता हूँ उस का भरोसा क्या था
~शहज़ाद अहमद
सवाल ही नहीं दुनिया से मेरे जाने का
मुझे यक़ीन है जब तक किसी के आने का
~अनवर शऊर
आदमी बुलबुला है पानी का
क्या भरोसा है ज़िंदगानी का
मेरी ज़बाँ से मेरी दास्ताँ सुनो तो सह
यक़ीं करो न करो मेहरबाँ सुनो तो सही
~सुदर्शन फ़ाकिर ~Goodmorning
यक़ीं न आए तो इक बात पूछ कर देखो
जो हँस रहा है, वो ज़ख़्मों से चूर निकलेगा
~अमीर क़ज़लबाश
मुझे छोड़ दे मेरे हाल पर
तेरा क्या भरोसा है चारागर,
ये तेरी नवाज़िश-ए-मुख़्तसर
मेरा दर्द और बढ़ा न दे,
~ShakeelBadayuni
सो देख कर तिरे रुख़्सार ओ लब यक़ीं आया
कि फूल खिलते हैं गुलज़ार के अलावा भी
~Faraz
दिल को तेरी चाहत पे भरोसा भी बहुत है
और तुझ से बिछड़ जाने का डर भी नहीं जाता
~अहमद फ़राज़
वो शख़्स बड़ा है तो ग़लत हो नहीं सकता
दुनिया को भरोसा ये अभी तो नहीं होगा
~आलोक_श्रीवास्तव
इरादे छूटने वाले ना अरमाँ टूटने वाले
मुझे तुझ पर यक़ीं हैं ऐ मेरा दिल लूटने वाले
तुझे मेरी मुहब्बत का न अब तक ऐतबार आया
न कोई वादा न कोई यक़ीं न कोई उम्मीद
मगर हमें तो तिरा इंतिज़ार करना था
~Firaq
हसीनो पर यक़ीं करना सरासर बेवकूफ़ी है
अदा इन की है क़ाफ़िर तो फरेबी चाल है प्यारे !!
यक़ीन उसी के वादे पे लाना पड़ेगा
ये धोखा तो दानिस्ता खाना पड़ेगा
~मुनीर_भोपाली
ग़ुलामी में न काम आती हैं शमशीरें न तदबीरें,
जो हो ज़ौक़-ए-यक़ीं पैदा तो कट जाती हैं ज़ंजीरें !! -अल्लामा इक़बाल
इस हादसे को सुन के करेगा यक़ीं कोई
सूरज को एक झोंका हवा का बुझा गया
आदमी बुलबुला है पानी का
क्या भरोसा है ज़िंदगानी का
~रज़ा
जो होने वाला है अब उसकी फ़िक्र क्या कीजे
जो हो चुका है उसी पर यक़ीं नहीं आता
~ Shahryar
मैं उस के वादे का अब भी यक़ीन करता हूँ
हज़ार बार जिसे आज़मा लिया मैं ने
~मख़मूर_सईदी
उस पे आती है मोहब्बत ऐसे
झूठ पे जैसे यकीन आता है
मुश्किल का मेरी उनको मुश्किल से यक़ीन आया
समझे मेरी मुश्किल को लेकिन बड़ी मुश्किल से
नज़र जो कोई भी तुझ सा हसीं नहीं आता
किसी को क्या मुझे ख़ुद भी यक़ीं नहीं आता
AAJ SHAYARI
भरोसा करो तो मुकम्मल…
वफ़ा रोज़ रोज़ मत आज़माओ…!!
KHAMOSH SHAYARI
बड़ी खामोशी से टूट गया वो एक भरोसा
जो सिर्फ तुम पर था…!
KAL SHAYARI
क्या भरोसा करे आज-कल के नेताओं पर
ये तो अब जनता को भरमाने लगे हैं,
नेता इतने रंग बदलते हैं
कि गिरगिट भी शर्माने लगे हैं.
एक तेरा शहर सिर्फ पानी के लिए ख़ून बहा देता है
एक मेरा गाँव है, पानी ना मिले तो प्यास बाँट लेता है
मोहब्बत क्या है चलो दो लफ्ज़ो में बताते है,
तेरा मजबूर कर देना मेरा मजबूर हो जाना।
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Originally posted 2021-11-02 22:48:44.